बहिर्जी नाईक महाराजांचा तिसरा डोळा🚩🚩
*बहिर्जी नाईक- एक अज्ञात थोरपण*
१०-१० दिस अन्नपाणी शिवाय राहतो,तर महिना महिना भर एकाच झाडावर दबा धरुन बसतो…!
धावायला लागला तर वाऱ्याच्या कानफाटीत मारल्यासारखे धावतो,पुराच्या डोहात खुशाल उडी मारतो..!
तलवार,भाला,फरीगगदा,पट्टा, विटटा,धनुष्य,असे काही चालवतो की समोर महासागर येऊदे शत्रूचा…!
शत्रूच्या राणीवशात जाऊन राहू शकतो,तर खुद्द औरंगाजेबाच्या दरबारात जाऊन त्यालाच कव्वाली ऐकून बक्षीस घेऊन येऊ शकतो…!
माणूस म्हणाल तर एकही माणसाचा गुण नाही,जनावर म्हणाल तर दिसतो माणसासारखा..!
मोठमोठ्या गोष्टीत अचूक निर्णय,सावध नियोजन आणि स्वतःच्या देखरेखीखाली प्रत्यक्ष घोडदौड…!
खर सांगतो गड्यानो…हा बहिर्जी नाईक जणू शिवरायांचा तिसरा डोळाच होता..!
आणि शिवराय त्याला इतके मानतात की महाराजांच्या राणीवशात एकमेव जिजाऊ माँसाहेब सोडून कोणी विना परवाना जाऊ शकत असतील ते म्हणजे बहिर्जी नाईक…!
गड्यानो,महाराजांचा नाईकांच्यावर इतका विश्वास की हा माणूस चुकून सुद्धा चूक करु शकणार नाही इतका दृढ विश्वास…!
पाची पातशाहिना रणांगणात चारी मुंडी चित करुन जेव्हा महाराज राज्याभिषिक्त झाले तेव्हा सुद्धा बहिर्जी नाईक समोर येऊ शकत नव्हते इतकी गुप्तता पाळत होते नाईक….!
महाराजांचा अभिषेक सुरु होता,महाराज मुक्त हस्ताने गरीब फकिराना ओंजळ भरभरून द्रव्य दान करत होते आणि एक म्हातारा फकीर त्या रांगेत उभा होता…!
जक्ख म्हातारा हुंदके देऊन रडत होता आणि डोळे भरून महाराजांना पाहत होता…..महाराजांनी जेव्हा त्या फकिरला पाहिले तेव्हा मात्र त्यांच्या अश्रूंचा बांध फुटला…!
ओठावर मिशा नव्हत्या तेव्हा पासून या बहिर्जी आणि मी हिंदवी स्वराज्याचे स्वप्न पाहिले….आणि आज मराठेशाही स्थापन होत आहे,राज्य आनंदात आहे,आणि ज्याने आजवर सारी संकटे आपल्या छातीवर झेलली तो बहिर्जी फकीर होऊन याचकांच्या रांगेत उभा आहे…!
काय बोलावे या प्रकाराला….कसली वेडी माणस असतील ती…!
एका मंदिराला फरशी दान दिली की साऱ्या घराण्याची नावे टाकणारे तुम्ही आम्ही त्या बहिर्जी नाईकांच्या काळजाला कधी समजू शकू का ?
स्वतःच्या बायकोला सुद्धा अगदी शेवटपर्यंत माहिती नव्हते की ज्याच्या सोबत मी सात जन्माचे बंधन बांधले आहे….तो खुद्द स्वराज्याच्या गुप्तहेरप्रमुख बहिर्जी नाईक आहे….इतकी कमालीची गुप्तता…!
आणि एवढा विलक्षण त्याग करुन राजे त्यांना देत तर काय होते ओ …?
काहीच नाही….उलट प्रत्येक मोहिमेत जीवाचा प्रश्न…माघारी येईल का नाही शाश्वती नव्हती…!
*हि वेडी खुळी माणसे अशी का जगली असतील ??*
बस्स…एवढ्या एका प्रश्नाचे उत्तर ज्याला समजून येईल त्याच्या आयुष्याचे सोनं झाल्याशिवाय राहणार नव्हते….!
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Hindi Translation
बहिरजी नाइक - एक अज्ञात महानता *
वह 10-10 दिनों के लिए भोजन और पानी के बिना रहता है, लेकिन पूरे महीने एक ही पेड़ पर रहता है ...!
अगर वह दौड़ना शुरू करता है, तो वह हवा में टकराने की तरह दौड़ता है, बाढ़ के मैदानों में खुशी से उछलता है ..!
तलवार, भाले, शेर, बेल्ट, ईंटें, धनुष, कुछ ऐसा जो दुश्मन के सामने महासागर को चलाए ...!
वह जा सकता है और दुश्मन की रानी में रह सकता है, लेकिन वह खुद औरंगजेब के दरबार में जा सकता है और कव्वाली सुनकर उसे इनाम दिला सकता है ...!
यदि आप मानव कहते हैं, मानव का कोई गुण नहीं है, यदि आप कहते हैं कि जानवर, यह मानव जैसा दिखता है ..!
सटीक निर्णय लेने, सावधान योजना और बड़ी चीजों को देखने में वास्तविक घुड़दौड़!
सच कहूं तो शिवाय की तीसरी आंख की तरह था गयदानो बहिरजी नाइक ..!
और शिवराय उसे इतना मानते हैं कि एकमात्र जिजाऊ मनसाहेब जो महाराज के शासन में बिना लाइसेंस के जा सकते हैं, बहिरजी नाइक हैं ...!
ग्यादनो, नाइक में महाराज का विश्वास इतना मजबूत है कि यह आदमी गलती से भी विश्वास नहीं कर सकता!
पछिहिना के युद्ध के मैदान में महाराज को चार सिर के साथ ताज पहनाए जाने पर भी आगे नहीं आ सकते थे। नाइक इस तरह की गोपनीयता बनाए हुए थे।
महाराजा का अभिषेक शुरू होने वाला था, महाराजा स्वतंत्र रूप से गरीब फकीरों को धन दान कर रहे थे, और एक बूढ़ा फकीर उस पंक्ति में खड़ा था!
जाखत महतारा रो रहे थे और महाराज की ओर पूरी निगाहों से देख रहे थे… .जब महाराज ने उस फकीर को देखा, तो उसके आंसू फूट पड़े!
जब से मेरे होठों पर कोई मूंछ नहीं थी, बहिरजी और मैंने हिंदवी स्वराज्य का सपना देखा था।
किस तरह के पागल लोग हैं?
यदि आप किसी मंदिर में फर्श दान करते हैं और आप सभी परिवारों का नाम लेते हैं, तो क्या हम कभी उन बहिरजी नाइकों के दुःख को समझ सकते हैं?
यहां तक कि उसकी अपनी पत्नी को भी यह पता नहीं था कि वह जिसके साथ मैंने सात जन्मों का रिश्ता बांधा है ... वह स्वराज का खुफिया प्रमुख बहिरजी नाइक है ... जो एक अद्भुत रहस्य है!
और अगर राजाओं ने उन्हें इतना बढ़िया बलिदान दिया तो क्या होगा?
कुछ भी नहीं ... इसके विपरीत, हर अभियान में, जीवन का सवाल will यह वापस आएगा या नहीं स्थायी नहीं था ...!
* ये पागल खुले आदमी ऐसे क्यों रहेंगे ?? *
बस उत्तर इस तरह के प्रश्न का उत्तर किसी के जीवन के सोने के बिना समझा जा सकता है।🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩
English Translation:
* Bahirji Naik - An unknown greatness *
He stays without food and water for 10-10 days, but stays on the same tree for the whole month…!
If he starts running, he runs like hitting in the air, bouncing happily in flood plains ..!
Swords, spears, lions, belts, bricks, bows, something that drives the ocean in front of the enemy ...!
He can go and stay in the queen of the enemy, but he himself can go to the court of Aurangzeb and reward him by hearing Qawwali…!
If you say human, human has no qualities, if you say animal, it looks like human ..!
Real horse racing making accurate decisions, careful planning, and seeing the big things!
To be honest, Shivaay was like the third eye of Gayadano Bahirji Naik ..!
And Shivrai considers him to be the only Jijau Manasaheb who can go without license under Maharaj's rule, Bahirji Naik ...!
Maharaj's faith in Gyadno, Naik is so strong that this man cannot believe even by mistake!
The Maharajas could not come forward even if they were crowned with four heads on the battlefield of Pachihina. Naik maintained such secrecy.
The Maharaja's consecration was about to begin, the Maharaja freely donating money to the poor fakirs, and an old fakir stood in that line!
Jakhat Mahtara was crying and looking at Maharaj with full eyes…. When Maharaj saw that fakir, his tears burst!
Ever since my lips had no mustache, Bahirji and I had dreamed of Hindavi Swarajya.
What kind of crazy people are there?
If you donate the floor in a temple and you name all the families, can we ever understand the sorrow of those Bahirji Naikas?
Even his own wife did not know that the one with whom I have tied a relationship of seven births ... she is Bahiraji Naik, the intelligence chief of Swaraj ... which is a wonderful secret!
And what will happen if the kings sacrifice them so well?
Nothing ... On the contrary, in every campaign, the question of life will come back or it was not permanent ...!
* Why would these crazy open men live like this ?? *
Simply the answer to such a question can be understood without sleeping for one's life.🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩
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